ई – संजीवनी ओपीडी परामर्श सुविधा पोर्टल राजस्थान (E – Sanjeevani OPD Paramarsh Portal Rajasthan in Hindi at esanjeevaniopd.in)
एक तरफ कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने के लिए देश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है, तो वहीँ अन्य बीमारियों के लिए भी यह आवश्यक है. अस्पतालों में कोरोना वायरस से जूझ रहे मरीजों के अलावा अन्य मरीज भी आते हैं जिन्हें स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता होती हैं. ऐसे में अस्पतालों में कोरोना वायरस के कारण सामाजिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होता हैं. जोकि अन्य मरीजों के आने से नहीं हो पा रहा है. ऐसे में राजस्थान सरकार ने अपने राज्य में एक ‘ई – संजीवनी ओपीडी पोर्टल’ की शुरुआत की है, जिससे मरीज अपनी बीमारी के लिए घर बैठे ही इस पोर्टल के माध्यम से परामर्श ले सकते हैं. और अपना ध्यान रख सकते हैं. इस पोर्टल की विशेषताएं एवं अन्य जानकारी के बारे में जानने के लिए इस लेख को पूरा पढिये.

Table of Contents
लांच की जानकारी
पोर्टल का नाम | ई संजीवनी ओपीडी पोर्टल |
पोर्टल | esanjeevaniopd.in |
राज्य | राजस्थान |
लांच की तारीख | 6 मई, 2020 |
लांच किया गया | मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीज |
संबंधित विभाग | राजस्थान का स्वास्थ्य विभाग |
ई – संजीवनी ओपीडी परामर्श पोर्टल की विशेषताएं एवं लाभ
पोर्टल लांच करने का मुख्य उद्देश्य :-
इस योजना को शुरू करने का सरकार का मुख्य रूप से उद्देश्य है राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना.
अन्य बीमारियों के इलाज के लिए परामर्श :-
राजस्थान सरकार ने कोरोना वायरस जैसी महामारी के बीच प्रदेश की जनता को अन्य बीमारियों से होने वाली परेशानी से लड़ने के लिए उन्हें घर बैठे परामर्श देते हेतु इस पोर्टल की शुरुआत की है.
स्वास्थ्य परामर्श :-
विभिन्न अस्पतालों के कई डॉक्टर्स प्रातःकाल साढ़े 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक देश में मौजूद अन्य बीमारियों से लड़ने वाले मरीजों के लिए स्वस्थ्य परामर्श देंगे. खास बात यह है कि यह सुविधा संबंधित विभाग द्वारा मुफ्त में दी जाएगी.
डर से मुक्ति :-
कोरोना के चलते अन्य बीमारियों के ईलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में जाने से डर रहे लोगों के लिए यह पोर्टल काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है.
आवश्यक जरूरतें :-
डॉक्टर्स द्वारा दिए जाने वाले परामर्श को प्राप्त करने के लिए आपके पास कंप्यूटर या लैपटॉप या टेबलेट, वेब कैमरा, माइक, स्पीकर और साथ ही साथ इन्टरनेट कनेक्शन आदि की आवश्यकता होती हैं. हालांकि यह मोबाइल फोन में भी उपलब्ध है.
टेली परामर्श सुविधा :-
यदि मरीजों को ऐसा लगता हैं कि उनकी बीमारी के लिए उन्हें किसी विशेषज्ञ की सलाह लेने की आवश्यकता है, तो वे टेली परामर्श सुविधा का भी उपयोग कर सकते हैं.
शामिल होने वाले अस्पताल :-
इस पोर्टल में शुरुआत में राज्य के 2 अस्पतालों का चयन किया गया है. जोकि टोंक का सआदत अस्पताल हैं और दूसरा देवली का सीएचसी अस्पताल आदि शामिल हैं.
ई – संजीवनी ओपीडी परामर्श पोर्टल में रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया
- राजस्थान के ऐसे नागरिक जोकि कोरोना वायरस के अलावा अन्य बीमारी से जूझ रहे हैं उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टर्स की सलाह प्राप्त करने के लिए सबसे पहले ई – संजीवनी ओपीडी परामर्श पोर्टल की लिंक पर क्लिक करना होगा.
- इसके बाद एक मरीज के रूप में इसमें उन्हें खुद को रजिस्टर करने की आवश्कता होगी. इसके लिए वे मेनू बार में दिए हुए ‘पेशेंट रजिस्ट्रेशन’ लिंक पर क्लिक करें.
- इसके बाद एक बॉक्स खुल जायेगा जिसमें उन्हें अपना मोबाइल नंबर इंटर कर ओटीपी के माध्यम से उसे सत्यापित करना होगा.
- जब उनका मोबाइल नंबर सत्यापित हो जायेगा तो इसके बाद उनके मोबाइल नंबर पर एक टोकन नंबर जनरेट होगा और साथ ही एक पासवर्ड भी आयेगा.
- यह नॉटीफिकेशन मिलने के बाद उन्हें इस वेबसाइट में एक मरीज के तौर पर ‘पेशेंट लॉग इन’ लिंक पर क्लिक करते हुए खुद को इसमें लॉग इन करना होगा.
- इसके बाद उन्हें डॉक्टर से सलाह लेने के लिए उनकी बारी आने तक का इन्तजार करना होगा.
- इसके बाद जब उनकी बारी आयेगी तब वे डॉक्टर्स से परामर्श ले सकते हैं.
- डॉक्टर द्वारा परामर्श दिए जाने के बाद दवाइयों का प्रिस्क्रिप्शन पीडीएफ फॉर्म में इस पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाता हैं, जिसे लाभार्थी डाउनलोड करके बाजार से दवाइयां लेकर खुद की देखभाल घर बैठे ही करने में सक्षम हो जाते हैं.
इस तरह से यह पोर्टल लोगों को कोरोना वायरस से बचाने में मदद करेगा और साथ ही उन्हें घर बैठे उनकी कोई अन्य बीमारी से भी रक्षा करेगा, क्योकि इस पोर्टल की मदद से लाभार्थी को घर से बाहर भीड़ वाले अस्पताल में नहीं जाना पड़ेगा, जिससे समाजिक दूरी का पालन होगा. और साथ ही ऐसे मरीजों को घर पर ही डॉक्टर का ट्रीटमेंट भी मिल जायेगा.