गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ 2022 |Godhan Nyay Yojana Chhattisgarh In Hindi

गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ 2020 (पशुपालक को लाभ, सरकार खरीदेगी गोबर, पात्रता, आर्थिक सहायता, आवेदन फॉर्म पंजीयन) (Godhan Nyay Yojana Chhattisgarh In Hindi)

गाय का गोबर काफी काम की चीज होती हैं, इसके गोबर से कंडे एवं वर्मी कंपोस्ट खाद बनाई जाती है. गोबर के कंडे का उपयोग पूजन में किया जाता है. वहीँ वर्मी कंपोस्ट खाद मुख्य रूप से कृषि के लिए किसानों, वन विभाग एवं उद्यानिकी विभाग को प्रदान की जाती है. छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने गाय के गोबर की खरीदी करने के लिए एक योजना को लांच किया हैं जिसका नाम है गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़. इस योजना के तहत गौपालकों की आमदनी बढ़ने में मदद हो सकेगी. इस योजना को हालही में लांच किया गया हैं किन्तु इसकी शुरुआत हरेली पर्व से की जाएगी. इस योजना के लांच के बाद पशुपालकों एवं गौपालकों को किस तरह से इसका लाभ मिलेगा, यह जानकारी नीचे इस लेख में दी गई है.

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गोधन न्याय योजना 2020

योजना का नामगोधन न्याय योजना
राज्यछत्तीसगढ़
लांच की गईमुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी द्वारा
लाभार्थीराज्य के गौपालक
लाभआमदनी में वृद्धि
गोबर की कीमत1.5 रूपए / किलो
योजना की शुरुआत20 जुलाई

गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ की विशेषताएं एवं लाभ

योजना का उद्देश्य :-

इस योजना को शुरू कर छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के शहर एवं गांव में रहने वाले ऐसे किसानों की आय में वृद्धि करना चाहती है जोकि गाय पालन करते हैं. इसके अलावा कुछ मवेशी खुले में चरते रहते हैं, इस परम्परा को रोकना और सड़कों पर आवारा पशुओं की समस्या को हल करना एवं पर्यावरण संरक्षण आदि भी इस योजना के मुख्य उद्देश्य हैं.

गौपालकों के वित्तीय हित की रक्षा :-

गौपालकों के लिए इस योजना के माध्यम से वित्तीय मदद हो सकेगी.

अर्थव्यवस्था में मजबूती :-

इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की मदद के साथ ही साथ वहां की अर्थव्यवस्था में मजबूती भी लाई जाएगी.

गोबर की खरीदी :-

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के तहत राज्य सरकार गोबर की खरीदी का काम शुरू करने जा रही है.

कुल गोठानें :-

इस योजना को कुछ चरणों के आधार पर लागू किया जायेगा जिसमें से पहले चरण में सरकार द्वारा 2240 गोठानों का निर्माण कर खरीदी का कार्य होगा, और इसके बाद फिर 2800 और गोठानों के निर्माण का कार्य भी जल्द से जल्द पूरा कर उसे भी इस कार्य के लिए शामिल किया जायेगा.  

कवर किये जाने वाले क्षेत्र :-

इस योजना में राज्य के कुल 20 हजार शहरी एवं ग्रामीण इलाकों को शामिल कर लाभान्वित किया जायेगा.

रोजगार एवं पशुपालकों की आय में वृद्धि :-

इस योजना के तहत सरकार द्वारा खरीदे जाने वाले गोबर से एक तरफ कम से कम 2 लाख से भी अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा, तो दूसरी ओर पशुपालकों की 2 से 3 हजार रूपये की अतिरिक्त आय में भी वृद्धि होगी.

गोबर खरीदी की कीमत :-

मुख्यमंत्री श्री बघेल जी ने किसानों एवं गौपालकों से खरीदे जाने वाले गोबर की कीमत का 1.5 रूपए / किलो तय किया हैं जोकि सभी समितियों, किसानों गौपालकों एवं बुद्धिजीवियों आदि के सुझाव से निर्धारित किया गया है.

वर्मी कंपोस्ट खाद की व्यवस्था :-

इस योजना में गोबर की खरीदी तो की जाएगी ही, साथ में वर्मी कंपोस्ट खाद के उत्पादन से लेकर उसकी खरीदी तक के सभी कार्यों की व्यवस्था भी की जाएगी. इस व्यवस्था की जिम्मेदारी मुख्य सचिव की अध्यक्षता के साथ सभी सचिवों की एक कमिटी का गठन कर उन्हें प्रदान की जाएगी.

गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ में रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया

इस योजना में सरकार जिन गौपालकों से गोबर की खरीदी करेगी वह सरकारी विभाग के अंतर्गत रजिस्टर होना आवश्यक है. इसके लिए रजिस्टर करने की प्रक्रिया को अभी सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया हैं. उम्मीद हैं जल्द से जल्द इस योजना को लागू कर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

अतः इस योजना को छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने अपने राज्य में चल रही खुले में चराई की परम्परा पर विराम लगाने के लिए शुरू की हैं. साथ ही इससे शहरों में आवारा तरीके से घूम रहे मवेशियों की सड़क दुर्घटना एवं जान – माल की हानि से बचाया जा सकता है. इससे गायों के चारा पानी की व्यवस्था खुले में न हो करके एक स्थान पर हो सकेगी, जिससे उनके दूध में भी किसी तरह की गंदगी नहीं फैलेगी.

गोधन न्याय योजना FAQ

Q : गोबर की दर कितनी तय की गई है?

Ans : 1.5 रूपए / किलो

Q : छत्तीसगढ़ में गोबर की खरीदी कब शुरू होगी ?

Ans : छत्तीसगढ़ में गोबर की खरीदी का कार्य हरेली पर्व से शुरू होगा.

Q : गोधन न्याय योजना क्यों शुरू की गई है ?

Ans : गोधन न्याय योजना को इसलिए शुरू किया गया हैं ताकि गौपालकों की आय में वृद्धि हो और वित्तीय रूप से उनकी मदद हो सके.  

Q : गोधन न्याय योजना किस तरह की समस्याओं को ठीक करेगी ?

Ans : इस योजना के लागू होने से पशुपालक अपने मवेशियों को उचित चारा – पानी उपलब्ध करायेंगे और उन्हें एक स्थान पर बांध कर रखेंगे.

Q : गोबर खरीदकर राज्य सरकार क्या करेगी ?

Ans : गोबर खरीद कर वर्मी कंपोस्ट खाद का उत्पादन किया जायेगा जिसे राज्य सरकार किसानों, वन विभाग एवं उद्यानिकी विभाग को प्रदान करेगी.

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