झारखण्ड कोरोना सहायता मोबाइल एप्प इन्स्टाल डाउनलोड 2020 (ऑनलाइन पंजीयन फॉर्म मजदूर, श्रमिक लेबर सूची, 2000 रुपये आर्थिक मदद, प्रवासी, मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना)
देश में खलबली कुछ इस प्रकार मची हुई है कि समस्याओं को सुलझाने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही मिलकर नागरिकों तक समस्याओं के समाधान के रूप में वित्तीय और आर्थिक सहायता ए पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को आ रही है जो अपने राज्य से बाहर जाकर धन उपार्जन के लिए क्रियाओं में सलंग्न होते हैं। परंतु अकस्मात लॉक डाउन की वजह से उन राज्यों में ही अटक गए हैं जहां पर वे रोजगार की प्राप्ति के लिए आवागमन करते हैं। ऐसे लोगों के लिए ही झारखंड सरकार ने इस महामारी के दौर में एक कोना सहायता मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च की है। आइए विस्तारपूर्वक वर्णन के द्वारा इस मोबाइल एप्लीकेशन के बारे में आवश्यक सूचनाएं प्राप्त करें।
झारखंड कोरोना सहायता मोबाइल एप की विशेषताएं
- ऐप्प लॉन्च करने का उद्देश्य:- महा संकट के इस दौर में बेरोजगार की तलाश के लिए झारखंड से निकले मजदूरों को वित्तीय सहायता प्रदान करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
- आर्थिक सहायता:- इस एप्लीकेशन के जरिए दूसरे राज्यों में रहने वाले झारखंड वासियों को सरकार द्वारा 2000 रुपये प्रति व्यक्ति प्रदान किए जाएंगे।
- ऐप्प लॉन्च करने का लक्ष्य:- दूसरे राज्य में रह रहे मजदूरों के पास ना तो रहने का ठिकाना है और ना ही भोजन प्राप्ति का कोई साधन ऐसे में इस एप्लीकेशन के जरिए शीघ्रता से काम करते हुए झारखंड वासियों तक 1 सप्ताह के अंदर सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली राशि पहुंचाई जा रही है।
- राशि वितरण का माध्यम:- सरकार द्वारा यह निर्धारित किया गया है कि शीघ्रता से मजदूरों तक राशि पहुंचाने के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का सहारा लिया जाएगा।
- सामूहिक स्मार्टफोन सुविधा:- अपने घर से दूर रहते हुए कुछ मजदूर तो स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं परंतु कुछ मजदूरों की आर्थिक हालत ऐसी नहीं होती है कि वह स्मार्टफोन खरीद सकें। ऐसे में उन मजदूरों को घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि झारखंड सरकार द्वारा ऐसे मजदूरों को भी महत्वपूर्ण सुविधा देते हुए यह बताया गया है कि एक ही व्यक्ति अपने स्मार्टफोन के जरिए कई सारे मजदूरों का पंजीकरण एप्लीकेशन के अंदर कर सकता है।
एप्लीकेशन डाउनलोड करने की प्रक्रिया
वर्तमान समय में शीघ्रता और तत्कालीन स्तिथि को ध्यान में रखते हुए सरकार ने एप्लीकेशन तो लॉन्च कर दी है परंतु यह एप्लीकेशन अभी गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं हुई है।
- इस एप्लीकेशन को अपने फोन में डाउनलोड करने के लिए आपको सबसे पहले झारखंड सरकार द्वारा बनाई गई राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर ही जाना होगा।
- उसके बाद ही आपको झारखंड सरकार का बनाया गया होमपेज सामने दिखाई देगा जहां पर एक लिंक दिया होगा उस पर क्लिक करने के बाद आप आसानी से इस एप्लीकेशन तक पहुंच सकते हैं।
- जैसे ही आपको एप्लीकेशन का विकल्प नजर आए आप तुरंत उस पर क्लिक करके अपने फोन में उसे इंस्टॉल कर लें।
- अब आप उस एप्लीकेशन को डाउनलोड करते ही अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से लोगिन कर सकते हैं।
रजिस्टर करने की प्रक्रिया
एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के बाद वह प्रयोग में लाए जाने वाले सभी विकल्पों को एक के बाद एक आपकी फोन स्क्रीन पर दर्शाता जाता है। उस प्रक्रिया और दिशा निर्देशों का पालन करते करते आप एप्लीकेशन में आसानी से अपने नंबर के जरिए खुद को रजिस्टर कर सकते हैं। यह एक आम मजदूर द्वारा किया जाने वाला बेहद आसान और सरल प्रक्रिया है जिसके तहत मजदूर अपने आपको एप्लीकेशन में रजिस्टर करते ही सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
झारखंड कोरोना सहायता मोबाइल एप्लीकेशन में पात्रता
- झारखंड का निवासी मजदूर:- प्रत्येक राज्य द्वारा राज्य से बाहर गए हुए मजदूर और प्रवासियों के लिए विभिन्न एप्लीकेशन लांच किए गए हैं ठीक इसी प्रकार केवल झारखंड में रहने वाले नागरिकों के लिए ही इस एप्लीकेशन का लॉन्च हुआ है। इसलिए यह एप्लीकेशन केवल उन्हीं मजदूरों का आवेदन स्वीकार करेगी जो झारखंड के मूल निवासी हैं।
- राज्य के बाहर रहने वाले मजदूर:- झारखंड के मूल निवासी यदि किसी दूसरे राज्य में जाकर रोजगार के अवसर प्रदान कर रहे हैं और तालाबंदी की वजह से उसी राज्य में अटक गए हैं तो यह सहायता केवल उन्हीं मजदूरों के लिए लागू की गई है ना कि झारखंड में वर्तमान स्थिति में रह रहे लोगों के लिए।
झारखंड को रोना सहायता मोबाइल एप्लीकेशन में आवश्यक दस्तावेज
अब इस बात का कैसे पता चलेगा कि आप झारखंड के मूल निवासी हैं उसके लिए आपको एप्लीकेशन में निम्नलिखित दस्तावेजों का सत्यापन करना अति आवश्यक है ताकि आप इस योजना का लाभ उठा सकें।
- आधार कार्ड:- सबसे पहले जो मजदूर अथवा प्रवासी इस मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए अपना पंजीकरण कराना चाहता है उसके पास उसके मूल निवास अर्थात झारखंड के पते का ही आधार कार्ड उपलब्ध होना चाहिए।
- बैंक खाते की जानकारी:- यदि आप झारखंड के मूल निवासी हैं तो आपका बैंक अकाउंट भी झारखंड की ही किसी ब्रांच और शाखा में अवश्य होगा ऐसे में आपको वही अकाउंट नंबर इस एप्लीकेशन में दर्ज कराना होगा जो आपके स्वयं के नाम पर खुला हो।
झारखंड कोरोनावायरस एप्लीकेशन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
झारखंड की सरकार द्वारा इस एप्लीकेशन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं जो निम्नलिखित हैं:-
- एप्लीकेशन के अंतर्गत आवेदन भरते समय आप वर्तमान स्थिति में कहां पर मौजूद है इसकी जानकारी आपको एप्लीकेशन में देनी होगी।
- ध्यान रखें कि आप एप्लीकेशन में अपना वही नाम रजिस्टर करें जो आपके आधार कार्ड में पहले से पंजीकृत किया जा चुका है।
- इस योजना के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए आपके पास झारखंड राज्य में मौजूद किसी जिले या क्षेत्र की बैंक शाखा का अकाउंट नंबर अवश्य होना चाहिए।
- जब आप एप्लीकेशन में अपने द्वारा सत्यापित की गई प्रत्येक जानकारी का ब्यौरा भर देंगे तब उसके बाद आपके द्वारा भरी गई जानकारी की पूरी तरह से जांच पड़ताल की जाएगी जिसके लिए आपके द्वारा भरे गए क्षेत्र में मौजूद पंचायत के सदस्यों से उसकी पुष्टि की जाएगी कि वह सही है अथवा गलत।
- जब आप एप्लीकेशन में अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करते हैं तो तुरंत आपके उस मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी मैसेज भी आता है जिसे दोबारा से एप्लीकेशन के अंदर डालने पर आपका पंजीकरण सत्यापित हो जाता है।
- पंजीकरण करते समय आपको वहां पर अपनी एक फोटो भी लगानी होती है लेकिन ध्यान रहे कि वह फोटो आपके आधार कार्ड की फोटो से मिलती हुई होनी चाहिए अन्यथा आप इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत नहीं माने जाएंगे।
- जैसे ही सत्यापन के बाद आप का पंजीकरण पूरा हो जाएगा तब सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली राशि जैसे ही आप के खाते में डाल दी जाएगी उसका पूरा ब्यौरा आपके द्वारा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा।
झारखंड सरकार ने यह एप्लीकेशन दूसरे राज्य में फंसे हुए नागरिकों को सहायता प्रदान करके उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए आरंभ की है। ताकि वे जहां पर है वही रहे और वहां से पलायन की ना सोचे। वे जहां है यदि वहीं पर रहेंगे तभी को रोना की जंग से लड़ने में सरकार को भी मदद मिल पाएगी।
- कोरोना सहायता ऐप झारखंड क्या है?
यह एक ऐसी एंड्राइड एप्लीकेशन है जिसके जरिए दूसरे राज्यों में रह रहे बेरोजगार व्यक्तियों को वित्तीय सहायता पहुंचाने का काम झारखंड सरकार द्वारा किया जाएगा।
- झारखंड कोरोना सहायता ऐप का क्या उद्देश्य है?
अपने परिवार के भरण-पोषण और देखरेख के लिए रोजगार प्राप्ति के अवसर खोजते हुए जो झारखंड के नागरिक दूसरे राज्यों में गए थे और कोरोना की तालाबंदी की वजह से फस गए उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
- झारखंड कोरोना सहायता ऐप किस ने लांच की?
झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा यह सहायता एप लांच की गई है।
- झारखंड कोरोना सहायता ऐप योजना के अंदर पंजीकरण कराने की अंतिम तिथि क्या है?
इस एप्लीकेशन को शीघ्रता से मजदूरों तक पहुंचाने के प्रयास में इस एप्लीकेशन में पंजीकरण की अंतिम तिथि केवल 22 अप्रैल की ही रखी गई है।
- झारखंड कोरोना सहायता ऐप के अंतर्गत क्या लाभ मिलेगा?
झारखंड कोरोना सहायता एप्लीकेशन के जरिए दूसरे राज्यों में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को सरकार द्वारा 2000 रुपये प्रति व्यक्ति प्रदान किए जाएंगे।
- अगर लाभार्थी के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है तो क्या करें?
सरकार द्वारा ऐसे व्यक्तियों की समस्या को समझते हुए इस योजना को बहुत सरल बनाया है जिसके तहत जिन व्यक्तियों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है वह दूसरे व्यक्तियों के एंड्रॉयड फोन के जरिए इस एप्लीकेशन में अपना पंजीकरण भर सकते हैं।
- मोबाइल आधार कार्ड से लिंक नहीं है तो ऐसी स्थिति में ओटीपी कैसे प्राप्त होगा?
इस योजना के तहत मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करने के बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी नंबर प्राप्त होने के बाद ही सत्यापन किया जा सकता है यदि आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो ऐसी परिस्थिति में आप आवेदन नहीं भर सकते हैं।
- पंजीकरण कराने के बाद कितने दिनों में पैसा खाते में जमा हो जायेगा?
सरकार झारखंड मजदूरों को जल्द से जल्द सहायता पहुंचाना चाहती है जिसके चलते पंजीकरण प्रक्रिया के 2 से 3 दिन के अंतर्गत ही पैसा लाभार्थी के खाते में जमा करा दिया जाएगा।
- झारखंड कोरोना सहायता ऐप योजना के अंतर्गत फॉर्म का स्टेटस कैसे चेक कर सकते हैं?
यदि आपके द्वारा भरी गई सभी जानकारी सत्यापित हो जाती है तो तुरंत सरकार द्वारा आपकी अर्जी अप्रूव कर दी जाएगी जिसके बाद सरकार की तरफ से आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आपको मैसेज करके सूचना दे दी जाएगी कि आप इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत हो चुके हैं।
- कितने लाभार्थियों को इस योजना से लाभ प्राप्त होगा?
अनुमानित आंकड़ों के अनुसार 2 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों को जो झारखंड के बाहर फस गए हैं उन्हें इस योजना से लाभ प्रदान की जाने की कोशिश सरकार द्वारा की गई है।