प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना 2021

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना [ PM Garib Kalyan Yojana] Free Financial Help Coronavirus Lockdown, Covid -19 ] PM Corona Relief Scheme Sahayata Yojana  

कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पूरे देश में लॉक डाउन चल रहा है जिस कारण बहुत से गरीब परिवारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।  उनकी परेशानियों को कुछ हद तक कम करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री करोना सहायता योजना शुरू की गई है जिसका नाम है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना । इस योजना के अंतर्गत बहुत से फायदे अलग अलग सैक्टर में दिये गए हैं जो इस प्रकार हैं –

PM Garib Kalyan Yojana

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत एक अन्न योजना शुरू की गई है । इस योजना के अनुसार फूड एंड सिक्योरिटी एक्ट के अंतर्गत गरीब जनता को बहुत ही कम कीमत पर अनाज उपलब्ध कराया जाता था।  लेकिन लॉक डाउन के समय में सरकार ने अपने निर्णय में परिवर्तन करते हुए 3 महीने तक मुफ्त में अनाज देने का ऐलान किया है जिसके अनुसार प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल या 5 किलो गेहूं मुफ्त में दिया जाएगा । इसके साथ ही व्यक्ति की मांग के अनुसार उसे 1 किलो दाल भी मुफ्त में दिया जाएगा जिसे गरीब कल्याण अन्न योजना कहा गया है।  इस योजना के अनुसार आवंटन का कार्य 15 अप्रैल से पूरे देश में शुरू कर दिया गया है जो कि 26 अप्रैल तक चलेगा । योजना के अंतर्गत जिनके पास राशन कार्ड है फिलहाल उन्हें ही अनाज उपलब्ध करवाया जा रहा है ।

प्रधानमंत्री जनधन खाता धारी को अतिरिक्त लाभ

इसी योजना के अंतर्गत पीएम जन धन योजना के लाभार्थियों को 3 माह तक प्रतिमाह ₹500 सरकार की तरफ से उनके खाते में सीधे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए पहुंचाए जाएंगे । परंतु यहां शर्त यह है कि इस खाते का खाता धारक एक महिला होना अनिवार्य है ।

पीएम किसान योजना के अंतर्गत लाभ

गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत पीएम किसान योजना के लाभार्थियों को भी किश्त अप्रैल माह में ही दे दी जाएगी ।  इसमें शामिल सभी लाभार्थियों को ₹2000 सरकार की तरफ से अप्रैल के पहले हफ्ते में भेज दिए जाएंगे ताकि इन विकट परिस्थितियों में वे अपना पालन पोषण कर सकें ।

मनरेगा मजदूरों को अतिरिक्त लाभ

लॉक डाउन के समय में गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत मनरेगा मजदूरों का मेहनताना ₹182 से बढ़ाकर ₹202 कर दिया गया है, इसके साथ ही मनरेगा मजदूरों में शामिल मजदूरों को सरकार की तरफ से ₹2000 अतिरिक्त वेतन के तौर पर भी दिया जाएगा ।

उज्जवला योजना के अंतर्गत अतिरिक्त लाभ

उज्जवला योजना के अंतर्गत जो भी लाभार्थी पहले से शामिल हैं उन्हें फिलहाल 3 महीने तक गैस सिलेंडर मुफ्त में दिया जाएगा । इस गैस सिलेंडर के एवज में पैसा सरकार की तरफ से इन लाभार्थियों के खाते में जमा कराया जाएगा ताकि वह अपने रजिस्ट्रेशन करवाकर गैस सिलेंडर खरीद सकें । इसके लिए फिलहाल दो तरह के सिलेंडर मौजूद हैं जिनमें पहले सिलेंडर की वजन 14.5 ग्राम तथा दूसरे सिलेंडर का वजन 5 किलोग्राम है । पहले सिलेंडर के लिए ₹830 एवं दूसरे सिलेंडर के लिए ₹330 लाभार्थी के खातों में प्रति सिलेंडर के हिसाब से दे दिया जाएगा । लाभार्थियों को बड़ा सिलेंडर 3 महीने में 3 दिए जाएंगे और छोटे सिलेंडर 3 महीने में 8 दिए जाने का प्रावधान है ।

चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों को बीमा की सुविधा

कोविड-19 की लड़ाई में सबसे ज्यादा भागीदारी चिकित्सा जगत के लोगों की है । वह अपनी जान को जोखिम में डालकर रोज मरीजों की देखभाल कर रहे हैं,उनके लिए भी केंद्र सरकार द्वारा एक अहम फैसला लिया गया है जिसके अनुसार इन पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य चिकित्सा क्षेत्र के लोगों को ₹500000 का जीवन बीमा सरकार की तरफ से दिया जाएगा ।

वृद्ध विधवा एवं दिव्यांग नागरिकों के लिए सुविधा

हमारे देश में सभी राज्यों में वृद्ध, विधवा एवं दिव्यांग नागरिकों को सरकार की तरफ से पेंशन दी जाती है । इस विकट परिस्थिति में यह फैसला लिया गया है कि इन सभी लोगों को 3 महीने की पेंशन अग्रिम तौर पर दे दी जाएगी ।

स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को लाभ

स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी इस लड़ाई में काफी कार्य कर रही है । यह महिलाएं छोटे-छोटे उद्योग चलाती हैं अब तक इन महिलाओं को ₹1000000 का लोन बिना कॉलेटरल सिक्योरिटी के दिया जा रहा था फिलहाल इसे बढ़ाकर 20 लाख कर दिया गया है अर्थात अब महिलाओं को ₹2000000 बिना कॉलेटरल सिक्योरिटी के लोन दिया जाएग ।

होम डिलीवरी की सुविधा

लॉक डाउन के इस समय में सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि शहरों में जरूरत के सामान की होम डिलीवरी की जाए ।  इसके अंतर्गत दवाइयों की भी होम डिलीवरी करवाई जाएगी जिसके जरिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियम को सही तरह से फॉलो किया जा सकेगा ।

केंद्र द्वारा संचालित योजनाओं में प्रीमियम की छूट

प्रधानमंत्री की योजनाओं में सुकन्या समृद्धि योजना, अटल पेंशन योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना जैसी विभिन्न योजनाओं में प्रीमियम खातों में से काट लिया जाता था लेकिन फिलहाल इस प्रीमियम को नहीं काटा जाएगा । इन सब की अवधि को बढ़ाकर 30 जून तक कर दिया गया है ।

एम्पलाई प्रोविडेंट फंड एवं प्रोविडेंट फंड से संबंधी निर्णय लेने

लॉक डाउन के इस समय में सरकार ईपीएफ में जमा होने वाली राशि जिसमें कर्मचारी और मालिक दोनों को धन जमा करना होता था, के स्थान पर सरकार स्वयं ईपीएफ का पैसा जमा करेगी ।

संविदा कर्मचारियों का वेतन

सरकार ने यह निर्णय लिया है जो लोग संविदा के अंतर्गत कार्य करते हैं, उन सभी का पूर्ण वेतन सरकार की तरफ से दिया जाएगा । साथ ही उन्हें टैक्स में जो सब्सिडी दी जाती है वह भी चालू रखी जाएगी ।

बुजुर्ग विधवा एवं विकलांग लोगों को आर्थिक सहायता

करीब कल्याण धन योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा ₹1000 की आर्थिक सहायता सीधे बैंक खाते में जमा करके करवाई जाएगी । यह पैसा दो चरणों में प्राप्त होगा, पहले और दूसरे दोनों ही चरणों में पान ₹500 सरकार द्वारा जमा करवाए जाएंगे ।

परेशानी के समय में  केंद्र सरकार ने पूरी कोशिश की है कि वह गरीबों की सहायता कर सकें । साथ ही यह भी गुजारिश की है कि जो भी संपन्न परिवार है, वह आस-पास के गरीब भाई-बहनों का सहयोग करें और इस विकट परिस्थिति से बाहर निकलने में देश का साथ दें ।

FAQ

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू किया गया आत्मनिर्भर अभियान क्या है ?

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने तीसरे लॉक डाउन के दौरान 12 मई 2020 को देश के नागरिकों को एक बार फिर से संबोधित करते हुए आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की है। कोरोना वायरस की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था पर काफी ज्यादा असर पड़ा है। भारतीय अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए श्रीमान श्रीमान नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान के अंतर्गत 20 लाख करोड़ रुपए का एक आर्थिक पैकेज सहायता का घोषणा किया है।

आत्मनिर्भर अभियान का प्रमुख उद्देश्य क्या है ?

इस अभियान के माध्यम से सरकार देश के प्रत्येक नागरिक को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य सभी आवश्यक चीजों का उत्पादन स्वदेशी रूप से हो और देश में ही निर्मित सभी उत्पादों का उपयोग प्रत्येक देशवासी करें। अभियान के तहत भारत सरकार औद्योगिक क्षेत्रों में भी विकास लाने का प्रयास करना चाहती है। इसके अतिरिक्त सभी विदेशी उत्पादों का भी बहिष्कार कर ऐसे उत्पादों का प्रयोग कम से कम किया जा सके।

आत्मनिर्भर भारत अभियान के पांच प्रमुख स्तंभ कौन-कौन से हैं ?

किसी भी प्रकार के यदि अभियान की शुरुआत की जाती है , तो उसके कुछ महत्वपूर्ण स्तंभ निर्माण किए जाते हैं। कोरोना जैसे संकट में भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए आत्मनिर्भर भारत अभियान के भी कुछ प्रमुख स्तंभ हैं , जो इस प्रकार है। अर्थव्यवस्था, आधारिक संरचना, प्रणाली, जनसांख्यिकी, मांग और आपूर्ति. यह वह सभी पांच स्तंभ है , जो इस अभियान को बेहतर बनाने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेंगे।

आत्मनिर्भर भारत अभियान का लाभ किन-किन लोगों को मिल सकेगा ?

सरकार के इस कोरोना वायरस सहायता आर्थिक पैकेज का लाभ भारतवर्ष के प्रत्येक नागरिक को अप्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रूप में मिलेगा चाहे वह :- गरीब हो या अमीर , किसान हो या फिर नौकरी वाला , मजदूर हो या फिर मालिक , कोई बड़ी कंपनी हो या फिर कोई छोटी कंपनी हो सबको इस पैकेज की सहायता से इस महा संकट में लाभ प्राप्त होगा।

आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत कुल कितने रुपए की आर्थिक सहायता देश के नागरिकों को प्राप्त होगी ?

देश के जीडीपी का 10% हिस्सा आत्मनिर्भर भारत अभियान में लोगों की सहायता के लिए लगाया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत कुल 20 लाख़ करोड रुपए की अभियान की राशि को सरकार द्वारा सुनिश्चित किया गया। सरकार ने 2020 के मार्च माह में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना शुरू की थी और इस आर्थिक पैकेज का भी हिस्सा इस योजना के लिए प्रदान किया जाएगा।

आत्मनिर्भर अभियान के अंतर्गत कौन-कौन से क्षेत्रों को लाभान्वित करने का निर्णय लिया गया है ?

सरकार ने इस अभियान के अंतर्गत कई छोटे-बड़े क्षेत्रों को लाभान्वित करने का निर्णय लिया है , जो इस प्रकार से निम्नलिखित हैं – कृषि, खनन, मत्स्य पालन, निर्माण, विनिर्माण, एमएसएमई, कुटीर उद्योग.
सेवा के क्षेत्र में :-
खुदरा, पर्यटन, बैंकिंग, रियल स्टेट, मनोरंजन, संचार, आतिथ्य और अवकाश, आईटी सेवाएंआदि प्रकार के क्षेत्रों को सरकार के इस अभियान द्वारा लाभान्वित करने का निर्णय लिया गया है।

आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल और सकुशल बनाने के लिए भारत का नागरिक अपना किस प्रकार से महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है ?

भारत देश का प्रत्येक नागरिक चाहे वह गरीब हो या फिर अमीर वे सभी लोग अपने आत्म बल और आत्मविश्वास के जरिए इस योजना को सफल बनाने में अपना योगदान प्रदान कर सकता है। आज हमारा देश एक वैश्विक संकट से जूझ रहा है और देश का प्रत्येक नागरिक इससे परेशान भी है। सरकार द्वारा शुरू किए गए इस जनहित अभियान में हम अपना सहयोग स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर और विदेशी उत्पादों का बहिष्कार करके प्रदान कर सकते हैं।


यदि हम स्वदेशी वस्तुओं का इस्तेमाल करेंगे , तो हमारे देश की अर्थव्यवस्था और हमारे देश की गरीबी में भी काफी ज्यादा सुधार और विकास देखने को मिल सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के इस आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाकर हम अपने देश को एक विकास की ओर इस संकट में भी ले जा सकते हैं। देश में सभी प्रकार के विभाग के कर्मचारियों द्वारा अपना संपूर्ण समर्थन और भ्रष्टाचार को रोक कर अपना अहम योगदान इस अभियान को सफल बनाने में प्रदान किया जा सकता है।



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