उत्तरप्रदेश में कौशल सतरंग योजना लांच – युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खुले

उत्तरप्रदेश कौशल सतरंग योजना 2020 (UP Kaushal Satrang Scheme in Hindi)

युवाओं को प्रशिक्षण के साथ ही उनके कौशल विकास कर उन्हें रोजगार मुहैया कराना सरकार के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है. जिसे पूरा करने के लिए उत्तरप्रदेश सरकार ने एक योजना शुरू करने का फैसला लिया है, जिसे ‘उत्तरप्रदेश कौशल सतरंग योजना’ नाम दिया गया है. यह योजना कौशल प्रशिक्षण एवं वजीफा यानी स्टायपेंड देने के साथ – साथ नौकरी देने के आश्वासन पर ध्यान केन्द्रित करती है. इस योजना को शुरू करने का उत्तरप्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य युवाओं के लिए रोजगार के मौके उत्पन्न करना और उनके कौशल विकास को बढ़ावा देना है.

UP Kaushal Satrang Scheme

दरअसल उत्तरप्रदेश राज्य सरकार ने राज्य में बेरोजगारी के खतरे से निपटने के लिए 3 योजनाओं को लेकर आने का ऐलान किया है. ये 3 योजनाओं में से एक कौशल सतरंग योजना है जिसके तहत मुख्य रूप से युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिए जाने का प्रावधान है. इसके अलावा दूसरी युवा हब योजना है, जिसके तहत स्टार्टअप बनाने के लिए नौकरी की सुविधा प्रदान की जाएगी. और तीसरी मुख्यमंत्री अपरेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम है, जिसमें युवाओं को प्रशिक्षण के साथ – साथ स्टिपेंड भी दिया जायेगा.

हम आपको यहां यूपी कौशल सतरंग योजना की जानकारी देने जा रहे हैं. इस योजना में यूपी सरकार द्वारा 2.37 लाख लोगों को विशेषकर युवाओं को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा. इसके साथ ही कौशल सतरंग योजना में 7 घटक होंगे, जोकि युवाओं को रोजगार प्राप्त करने का मौका प्रदान करेंगे. इस योजना में राज्य के प्रत्येक जिले के जिला सेवायोजना ऑफिस में मेगा जॉब फेयर का आयोजन भी किया जायेगा.

कौशल सतरंग योजना में 7 घटक निहित होने के कारण ही इस योजना का नाम सतरंग यानि रेनबो यानि इंद्रधनुष योजना नाम रखा गया है. जोकि न केवल ट्रेनिंग कोर्स में शामिल होने वाले व्यक्तियों का उज्ज्वल भविष्य बनाएगी, बल्कि प्रभावी रूप से ट्रेनिंग देने वाले उन कॉलेजों को भी लाभार्थियों के कौशल का विकास करने में मदद करेगी, जो इस योजना के तहत ट्रेनिंग प्रदान कर रहे हैं.

यूपी के हर जिले में नए कौशल विकास केंद्र स्थापित किये जायेंगे, ताकि गाँव के युवा शहर के क्षेत्रों में न जायें. कौशल विकास मिशन के तहत अपने स्वयं के जिलों में नौकरियां ढूंढने के लिये युवाओं की संभावनाओं को देखा जायेगा.

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने यह दावा किया है कि यूपी औद्योगिक क्षेत्र ने पिछले 3 सालों में 3 ट्रिलियन रूपये के निजी और पब्लिक क्षेत्र का निवेश प्राप्त किया है. अतः ये सभी योजनायें युवाओं के लिए रोजगार एवं स्वरोजगार के मौके उत्पन्न करने के लिए समर्पित है.

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